Kesariya
-by Arijit Singh-
मुझको इतना बताए कोई
कैसे तुझसे दिल
ना लगाए कोई?
रब्बा ने तुझको बनाने में
कर दी हैं हुस्न
की ख़ाली तिजोरियाँ
काजल की सियाही
से लिखी हैं तूने
जाने कितनों की
लव-स्टोरियाँ
केसरिया तेरा इश्क़ है, पिया
रंग जाऊँ जो मैं
हाथ लगाऊँ
दिन बीते सारा
तेरी फ़िक्र में
रैन सारी तेरी
ख़ैर मनाऊँ
केसरिया तेरा इश्क़ है, पिया
रंग जाऊँ जो मैं
हाथ लगाऊँ
दिन बीते सारा
तेरी फ़िक्र में
रैन सारी तेरी
ख़ैर मनाऊँ
पतझड़ के मौसम में भी रंगीं चनारों जैसी
झनके सन्नाटों
में तू वीना के तारों जैसी
Mmm, सदियों से भी
लंबी ये मन की अमावसें हैं
और तू
फुलझड़ियों वाले त्योहारों जैसी
चंदा भी दीवाना है तेरा
जलती हैं तुझसे
सारी चकोरियाँ
काजल की सियाही
से लिखी हैं तूने
जाने कितनों की
लव-स्टोरियाँ (लव-स्टोरियाँ)
केसरिया तेरा इश्क़ है, पिया
रंग जाऊँ जो मैं
हाथ लगाऊँ
दिन बीते सारा
तेरी फ़िक्र में
रैन सारी तेरी
ख़ैर मनाऊँ
केसरिया तेरा इश्क़ है, पिया
रंग जाऊँ जो मैं
हाथ लगाऊँ
दिन बीते सारा
तेरी फ़िक्र में
रैन सारी तेरी
ख़ैर मनाऊँ
केसरिया तेरा इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया
केसरिया तेरा
इश्क़ है,
पिया, इश्क़ है, पिया
पिया, इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया
केसरिया तेरा (इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया)
इश्क़ है, पिया (इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया)
रंग जाऊँ जो मैं (इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया)
हाथ लगाऊँ (इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया)
(इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया)
(इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया, इश्क़ है, पिया)
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